Thursday, September 28, 2023

Fundamentals of Computer

 What is Computer -

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो एक यूजर्स के द्वारा दिए गए परिणामों को अपने मेमोरी अर्थमेटिक लॉजिक (ALU- अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट) की सहायता से आउटपुट प्रदान किया जाए उसे कंप्यूटर कहा जाता है

COMPUTER Full Form

COMPUTER का फुल फॉर्म Common Operating Machine Purposely Used for Technological and Educational Research होता है।

COMPUTER Full Form in English

  • C – Common
  • O – Operating
  • M – Machine
  • P – Purposely
  • U – Used for
  • T – Technological and
  • E – Educational
  • R – Research

COMPUTER Full Form in Hindi

कंप्यूटर का फुल फॉर्म हिंदी में कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च होता है अर्थात इसे तकनीकी और शैक्षिक अनुसंधान के लिए खास तौर से उपयोग की जाने वाली सामान्य ऑपरेटिंग मशीन के नाम से भी जाना जाता है।

  • C – कॉमन
  • O – ऑपरेटिंग
  • M – मशीन
  • P – पर्पसली
  • U – यूज्ड फॉर
  • T – टेक्नोलॉजिकल एंड
  • E – एजुकेशनल
  • R – रिसर्च

Computer शब्द लैटिन भाषा शब्द “Compute” से लिया गया है जिसका अर्थ है, गणना करने योग्य मशीन या Program करने योग्य मशीन, बिना program के Computer कुछ भी नहीं कर सकता है।

जो व्यक्ति Computer के लिए Program बनाता है उसे “Programmer” बोला जाता है और जो व्यक्ति Computer चलता है उसे “User” बोला जाता है।

Computer को दो भागो में बाटा गया है –

Hardware

Software

हार्डवेयर -

कप्यूटर के ऐसे parts जिन्हें हम छू सकते है, उन्हें physical components कहा जाता है। जो की बाहरी तौर पर हमें दिखाई देते है या ऐसा कहे की भौतिक रूप से यही कंप्यूटर होता है।

जैसे की कीबोर्ड, माउस, रेम आदि को हार्डवेयर कहा जाता है।

यह दो प्रकार के होते है Internal और External हार्डवेयर।

सॉफ्टवेयर- कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को हम छू नहीं सकते है। केवल GUI के माध्यम से उन्हें देख सकते है और कंप्यूटर हार्डवेयर की सहायता से उसे चला सकते है।



सॉफ्टवेयर मशीन की भाषा में लिखी गई ऐसी बहुत सारी कमांड्स होती हैं जो की इनपुट डिवाइस के द्वार कंप्यूटर को दी जाती हैं। कंप्यूटर मशीन भाषा को समझता हैं

Generation of Computer in Hindi – कंप्यूटर की पीढियां

बहुत साल पहले भी कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता था और आज भी किया जाता है। पहले के computers और आज के computers में बहुत अंतर है। कंप्यूटर में समय के साथ काफी परिवर्तन हुआ है। आज के समय के कंप्यूटर काफी मॉडर्न और एडवांस देखने को मिलते है। लेकिन पुराने समय के कंप्यूटर इतने modern (आधुनिक) और advance नहीं हुआ करते थे। लेकिन बदलते समय के साथ कंप्यूटर के क्षेत्र में सुधार हुआ। जिसमें काफी समय लगा।

कम्प्यूटर की तकनीक को विकसित होने में लगभग पांच पीढियों का वक़्त लग गया है। इसीलिए कंप्यूटर की पांच पीढियां होती है। जो कि नीचे दी गयी हैं-

1.पहली पीढ़ी के कंप्यूटर (1940 से 1956 तक)
2.दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (1956 से 1963 तक)
3.तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (1964 से 1971 तक)
4.चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर (1971 से 1985 तक)
5.पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर (वर्तमान में मौजूद)
First Generation computer in Hindi (पहली पीढ़ी के कंप्यूटर)
पहली पीढ़ी के कंप्यूटर साइज़ में काफी बड़े हुआ करते थे। आप इनके size (आकार) का अन्दाज़ा इसी बात से लगा सकते है कि इन कंप्यूटर को रखने के लिए एक कमरे की ज़रूरत पड़ती थी।

पहली पीढ़ी की शुरुआत 1940 में हुई और इसका अंत 1956 में हुआ।

इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में कांच के बने वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग किया जाता था। इनमें हजारों की संख्या में वैक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता था इसलिए इन कंप्यूटरों का आकार बहुत बड़ा होता था।

पहली पीढ़ी के कंप्यूटर इतने advance और modern नहीं हुआ करते थे। इनमे काफी कमियां थी। ये कंप्यूटर काम करते वक़्त जल्दी गर्म हो जाया करते थे और reliable (विस्वश्नीय) नहीं हुआ करते थे।

पहली पीढ़ी के कंप्यूटर का उपयोग गणना करने, डेटा को स्टोर करने, और वैज्ञानिक कार्यों के लिए किया जाता था।

इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में मुख्य रूप से batch processing ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता था।

इन कम्प्यूटरों में प्रोग्रामिंग करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल काम था और ये बिजली भी बहुत खर्च करते थे।

चित्र - 1

प्रथम पीढ़ी की कम्प्यूटर का चित्र 

पहली पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

ENIAC
EDVAC
UNIVAC
IBM-701
EDSAC
IBM 650

Advantages of First Generation Computer in Hindi (पहली पीढ़ी कंप्यूटर के फायदे)

1. इस पीढ़ी के कंप्यूटर डाटा की calculation (गणना) बहुत तेजी से करते थे। ये millisecond में गणना कर सकते थे।
2. उस समय वैक्यूम ट्यूब आसानी से मिल जाया करते थे।
3. वैक्यूम ट्यूब की technology ज्यादा महंगी नहीं थी।
4. इन कम्प्यूटरों में scientific (वैज्ञानिक) काम कर सकते थे।
5.  इन कम्प्यूटरों में information और data को स्टोर करने की क्षमता थी।

Disadvantages of First Generation Computer in Hindi (पहली पीढ़ी कंप्यूटर के नुकसान)

1. पहली जनरेशन के कंप्यूटर का size काफी बड़ा होता था।
2. इस जनरेशन के computer काम करते समय काफी गर्म हो जाया करते थे।
3. कम्प्यूटर को ठंडा रखने के लिए Air-Condition (AC) की ज़रूरत पड़ती थी।
4. अपने बड़े आकर के कारण ये बहुत अधिक मात्रा में बिजली का इस्तेमाल करते थे।
5. इन कंप्यूटरों को मेन्टेन करके रखना काफी ज्यादा मुश्किल होता था।
6. ये केवल मशीन लैंग्वेज का इस्तेमाल करते थे और इसमें प्रोग्रामिंग करना भी एक कठिन कार्य था।

Second Generation Computer in Hindi (दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर)

कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी की शुरुआत 1956 में हुई थी और इसका अंत 1963 में हुआ था।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में transistor (ट्रांजिस्टर) का इस्तेमाल किया जाता था। ट्रांजिस्टर वैक्यूम ट्यूब के मुकाबले काफी छोटे होते थे।

ट्रांजिस्टर के कारण कंप्यूटर का साइज पहली पीढ़ी के मुकाबले छोटा हो गया। ट्रांजिस्टर के आने के बाद कंप्यूटर के क्षेत्र में काफी ज्यादा विकास हुआ।

ट्रांजिस्टर, वैक्यूम ट्यूब की तुलना में काफी सस्ते थे , size में छोटे थे , ज्यादा reliable थे , और काफी तेज काम करते थे।

इस पीढ़ी में असेंबली लैंग्वेज और हाई-लेवल लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता था।

इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में batch processing और multi-programming ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता था।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण –

UNIVAC 1108
CDC 1604
Honeywell 400CDC 3600
IBM 7094


बेहतर थी।

Integrated Chip (IC) आने के कारण कंप्यूटर का साइज काफी छोटा हो गया था। इसके साथ साथ मैमोरी की क्षमता भी काफी ज्यादा बढ़ गई थी।

इस पीढ़ी में time sharing और multiprogramming ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता था।

इस पीढ़ी में हाई लेवल लैंग्वेज जैसे कि – Cobol, Pascal आदि का use किया जाता था।
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  1. IBM 370
  2. PDP-11
  3. UNIVAC 1108
  4. Honeywell-6000
  5. DEC series
  6. ICL 2900


Advantages of Third generation computer in Hindi (तीसरी पीढ़ी कंप्यूटर के फायदे)


  1. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर का आकार पिछले दोनों पीढ़ियों के कंप्यूटर के मुकाबले काफी छोटा था।
  2. इस पीढ़ी के कंप्यूटर काम करते समय बहुत कम बिजली खर्च करते थे।
  3. पिछले दोनों जनरेशन की तुलना में third generation के कंप्यूटर काफी कम गर्मी पैदा करते थे। 
  4. इसमें डाटा को कैलकुलेट करने की स्पीड काफी अच्छी थी।
  5. इस कंप्यूटर को मेन्टेन करके रखना काफी आसान था।
  6. पिछले दोनों जनरेशन की तुलना में तीसरे जनरेशन के कंप्यूटर की storage क्षमता काफी ज्यादा थी।
  7. ये computers हाई लेवल भाषा को सपोर्ट करते थे।
  8. इनमें प्रोग्रामिंग करना आसान था।
  9. Disadvantages of third generation computer in Hindi (तीसरी पीढ़ी कंप्यूटर के नुकसान)
  10. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर भी कम गर्मी पैदा करते थे परंतु फिर भी इनको ठंडा करने के लिए AC की ज़रूरत पड़ती थी।
  11. IC चिप को बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था।
  12. इस पीढ़ी के कंप्यूटर काफी महंगे आते थे।
  13. उस जमाने में IC चिप को repair करना काफी मुश्किल हुआ करता था।
  14. IC चिप के साथ काम करने के लिए specialized workers (विशेष कार्यकर्ता) की आवश्यकता पड़ती थी।

Fourth Generation Computer in Hindi (चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर)


  • कंप्यूटर के चौथी पीढ़ी की शुरुआत 1970 में हुई थी और इसका अंत 1985 में हुआ।
  • कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी में IC की जगह माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता है। माइक्रोप्रोसेसर में बहुत सारे LSI Circuit होते है।
  • चौथी पीढ़ी आने के बाद कंप्यूटर और भी ज्यादा आधुनिक हो गए । इस पीढ़ी के आते ही कंप्यूटर के काम करने की क्षमता और speed दोनों ही बढ़ गई।
  • इस जनरेशन ने computer के छोटे size में ही काफी ज्यादा features उपलब्ध करवा दिए। यानी कह सकते है कि इसका size काफी छोटा हो गया और इसके साथ-साथ कंप्यूटर के सारे features भी install हो गए।
  • इस पीढ़ी में real time, time sharing, और distributed ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटर हाई लेवल लैंग्वेज जैसे कि – C, C++ आदि को सपोर्ट करते हैं।
  • इस पीढ़ी में पर्सनल कंप्यूटर (PC) का उपयोग काफी ज्यादा बढ़ गया।
चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण
  1. Micral
  2. IBM 5100
  3. Altair 880

Advantages of fourth generation of computer in Hindi (चौथी पीढ़ी कंप्यूटर के फायदे)

  1. चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर की speed पिछले सभी पीढ़ियों के कम्प्यूटरों की तुलना में काफी अच्छी है।
  2. इस पीढ़ी के कंप्यूटर size में काफी छोटे होते है।
  3. इन कम्प्यूटरों को maintain करने की ज़रूरत नहीं पड़ती।
  4. ये कंप्यूटर सस्ते होते हैं और आसानी से उपलब्ध हो जाते है।
  5. इन कम्प्यूटरों को बहुत कम AC की ज़रूरत पड़ती है। क्योंकि ये बहुत कम गर्मी पैदा करते है।
  6. इस पीढ़ी के कंप्यूटर बहुत ज्यादा reliable हैं और ये हाई लेवल लैंग्वेज को सपोर्ट करते हैं।

Disadvantages of fourth generation computer in Hindi (चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर)
इस जनरेशन में microprocessor का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन माइक्रोप्रोसेसर को बनाना मुश्किल काम है।
Microprocessor को बनाने के लिए बहुत advance technology की ज़रूरत पड़ती है।
Fifth Generation Computer in Hindi (पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर)
पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर अभी तक सभी पीढ़ियों से बेहतर और advance (आधुनिक) है। आप इस बात का अंदाज़ा इस चीज़ से लगा सकते है कि ये कंप्यूटर बिलकुल इंसानो की तरह ही व्यहवार करते है।

पांचवीं पीढ़ी में AI (Artificial Intelligence) तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।

  • वर्तमान समय में कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी चल रही है और यह कंप्यूटर की आखरी पीढ़ी है।
  • इस पीढ़ी में हाई लेवल भाषा जैसे कि – C, C++, Java, और .Net आदि का उपयोग किया जाता है।
  • पाँचवी पीढ़ी के कंप्यूटर का इस्तेमाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में, मनोरंजन के क्षेत्र में, और रोबोट बनाने में किया जाता है। आजकल game के छेत्र में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
  • इन computers में सबसे ज्यादा speed पाई जाती है और इनके काम करने की क्षमता भी काफी ज्यादा है।
  • धीरे धीरे कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी को और भी ज्यादा विकसित किया जा रहा है। ताकि यह और भी ज्यादा advance हो सके।
  • पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  1. परम सुपर कंप्यूटर
  2. लैपटॉप
  3. डेस्कटॉप
  4. वर्क स्टेशन
  5. नोटबुक





Advantages of Fifth Generation computer in Hindi (पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर के फायदे)


  • इस कंप्यूटर की speed पिछली सभी पीढ़ियों के computer के मुकाबले ज्यादा है।
  • इन कम्प्यूटरों की repairing करना काफी ज्यादा आसान होता है।
  • इस कंप्यूटर का size पिछले सभी पीढ़ियों के मुकाबले बहुत छोटा है।
  • अपने छोटे size के कारण fifth generation के computer काफी हल्के होते है।
  • पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर को maintain करके नहीं रखना पड़ता।
  • इनको कही भी ले जाया जा सकता है जैसे कि हम अपने लैपटॉप को कहीं भी आसानी से ले जा सकते हैं।

Disadvantages of fifth generation computer in Hindi (पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटर के नुकसान)

  • इस कंप्यूटर को use करने में काफी ज्यादा समस्याओ का सामना करना पड़ता है।
  • इन computers में AI यानी (Artificial intelligence) का use किया जाता है। लेकिन अभी तक AI को पूरी तरह develop नहीं किया गया है।
  • इस जनरेशन के कम्प्यूटरों को बनाने के लिए complex (जटिल) tool का use होता है। जो की आसानी से नहीं मिलते।


चार्ल्स बैबेज एक अंग्रेजी बहुश्रुत थे वह एक गणितज्ञ, दार्शनिक, आविष्कारक और यांत्रिक इंजीनियर थे, जो वर्तमान में सबसे अच्छे कंप्यूटर प्रोग्राम की अवधारणा के उद्धव के लिए जाने जाते हैं या याद किये जाते है चार्ल्स बैबेज को "कंप्यूटर का पिता"(फादर ऑफ कम्प्यूटर ) माना जाता है। बैबेज को अंततः अधिक जटिल डिजाइन करने के लिए एवं उनके नेतृत्व में पहली यांत्रिक कंप्यूटर की खोज करने का श्रेय दिया जाता है। इन्हें अन्य क्षेत्रों में अपने विभिन्न कामो के लिए भी जाना जाता है एवं इन्हें अपने समय में काफी लोकप्रियता एवं सम्मान भी मिला अपने विभिन्न खोज के लिए और वही आगे चल कर कंप्यूटर जगत में नए खोजो का श्रोत बना। बैबेज के द्वारा निर्मित अपूर्ण तंत्र के कुछ हिस्सों को लंदन साइंस म्यूजियम में प्रदर्शनी के लिए रखा गया है| 1991 में, एक पूरी तरह से कार्य कर रहा अंतर इंजन बैबेज की मूल योजना से निर्माण किया गया था। 19 वीं सदी में प्राप्त के लिए निर्मित, समाप्त इंजन की सफलता ने यह संकेत दिया की बैबेज की मशीन काम करती है।

  • जन्म
  • 26 दिसम्बर 1791
  • लंदन, इंग्लैंड
  • मृत्यु
  • 18 अक्टूबर 1871 (उम्र 79)
  • मार्लीबोन, लंदन, इंग्लैंड
  • राष्ट्रीयता
  • अंग्रेज़
  • क्षेत्र
  • गणित, इंजीनियरिंग, राजनीतिक अर्थव्यवस्था, कंप्यूटर विज्ञान
  • संस्थान
  • ट्रिनिटी कॉलेज, कैंब्रिज
  • शिक्षा
  • पीटरहाउस, कैंब्रिज
  • प्रसिद्धि
  • गणित, कंप्यूटिंग
  • प्रभाव
  • रोबर्ट वुडहाउस , गस्पर्ड मोंगे , जॉन हेर्स्चेल
  • प्रभावित
  • कार्ल मार्क्स, जॉन स्टूवर्ट मिल

Wednesday, September 27, 2023

कंप्यूटर सीखना क्यों जरूरी है

 




दिन प्रतिदिन कंप्यूटर का उपयोग बढ़ता जा रहा है और अब तो लगभग सभी काम जैसे ऑनलाइन मोबाइल रिचार्ज, ट्रैन टिकट, बिजली के बिल का भुगतान आदि कंप्यूटर की मदद से होने लगा है इसलिए इस पेज पर हमने कंप्यूटर की जानकारी शेयर की है जो समस्त लोगो को ज्ञात होना आवश्यक है।

तो चलिए कंप्यूटर की जानकारी को समझते है।

कंप्यूटर हमारी जिंदगी में किस प्रकार हमारी जरूरतों को पूरा करते हैं




बैंक – लगभग हर बैंक कंप्यूटर का इस्तेमाल करता है 

संचार – कंप्यूटर के इस्तेमाल की वजह से संचार और इंटरनेट चलना काफी आसान हो चुका है

बिजनेस / व्यवसाय – आज हर व्यवसाई में हम कंप्यूटर का इस्तेमाल होने लगा है। प्राइवेट और सरकारी नौकरी के लिए भी कंप्यूटर चलना जरूरी है।

मेडिकल साइंस –आज कल अस्पतालों में भी सभी काम कंप्यूटर से होने लगा है।

शिक्षा – आज कल सभी स्कूल और कॉलेजो में भी कंप्यूटर से पढ़िए और एग्जाम होने लगे है।

मीडिया

टिकट बुकिंग और यात्रा

मौसम की भविष्यवाणी

खेलकूद

दिनचर्या के कामों में

Computer की पढ़ाई में आवश्यकता- दोस्तो कम्प्यूटर से कौन परिचित नहीं है आजकल कम्प्यूटर का सभी क्षेत्रों में उपयोग बढ़ता जा रहा है ऐसे में छात्रों को नजरअंदाज करना उचित नही होगा। पढ़ाई के क्षेत्र में कम्प्यूटर का काफी योगदान रहा है आजकल पढ़ाई के बढ़ते आयमो में कम्प्यूटर की खास जरुरत को महसूस किया गया है। स्कूलो में खास कम्प्यूटर का subject बना दिया गया है क्योकि तेज़ी से बढ़ती दुनिया मे प्रत्येक व्यक्ति को कम्प्यूटर का ज्ञान होना आवश्यक है इसलिये इस ज्ञान का बिज युवावस्था मे बोया जाना जरूरी है जो छात्रकाल मे कर दिया जाता है कुछ पढ़ाई ऐसे है जिसमें कम्प्यूटर के द्वारा ही पढ़ाई कराई जाती है जगह-जगह कम्प्यूटर की Coaching कराई जा रही है तो ऐसे में कम्प्यूटर का छात्रों के जीवन में बहुत ही महत्व है।


कम्प्यूटर के माध्यम से समुचि दुनियाँ एक ही स्थान पर समाहित नज़र आती है। कम्प्यूटर ने मानव के जीवन में ऐसी जगह बना ली है की अब उसके बिना जीवन यापन बेहद मुश्किल मालूम पड़ता है। उम्मीद है आपको Computer की पढ़ाई में क्या आवश्यकता है?, समझ में आया होगा इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए, आप निचे दि गई कोई भी लिंक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, हमने सबसे अच्छे आर्टिकल की लिंक यहाँ पर आपको दिखाई है. निचे दि गई किसी भी लिंक में क्लिक करें और फुल डिटेल में आर्टिकल पढ़ें.



कोर्स details के लिए Click Here करें।

Student Study Centre
Theory Classes 







Monday, September 25, 2023

कंप्यूटर शिक्षा का महत्व क्या है



राजीव गांधी कंप्यूटर साक्षरता मिशन यह संस्थान सोनबरसा कचहरी खड़गपुर सहरसा बिहार में स्थित है इस संस्था में फ्री बुक बैग किट मटेरियल दिए जाते हैं  बिल्कुल ही नए तरीके से और कंप्यूटर सिखाया भी जाता है संस्था के डायरेक्टर सुधीर कुमार जी का गाना है कंप्यूटर की शिक्षा के बिना मनुष्य की ज्ञान अधूरा है।
सब अपनी सहूलियत के अनुसार काम करते है...
यदि आप भावुक होकर किसी और के सहूलियत पर चलने लगे तो...
उसका तो मकसद पूरा हो जायेगा और आप छूटा हुआ महसूस करेंगे और पछतावा होगा.. 
अपना कीमती समय किसी और पर बर्बाद मत करिए.. 
अपनी सहूलियत और जरूरत पर ही अपना निर्णय लें और तय करें कहाँ समय देना है!!
अधूरा ज्ञान ❌ 
इंसान आप की खामोशी
असफल व्यक्ति 

कंप्यूटर शिक्षा का महत्व क्या है 

आज की दुनिया में, कंप्यूटर एक आवश्यक उपकरण बन गए हैं। वे हमारे जीवन के हर पहलू में उपयोग किए जाते हैं, कंप्यूटर शिक्षा हमें इन उपकरणों का उपयोग करने और उनसे लाभ उठाने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करती है।

कंप्यूटर शिक्षा छात्रों के लिए कई अवसरों को खोलती है। यह उन्हें करियर में सफल होने और अपने जीवन में बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है।

कंप्यूटर शिक्षा के कुछ विशिष्ट लाभों में शामिल हैं कंप्यूटर शिक्षा के लिए कई साधन उपलब्ध हैं। स्कूलों और कॉलेजों में कंप्यूटर विज्ञान और कंप्यूटर प्रौद्योगिकी जैसे पाठ्यक्रम प्रदान किए जाते हैं। इन पाठ्यक्रमों में छात्रों को कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग और समस्या-समाधान के बारे में सिखाया जाता है।

स्थान शुभम कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र सोनबरसा कचहरी सहरसा बिहार




कंप्यूटर क्या हैं

 


कंप्यूटर एक मशीन है जिसे अंकगणित या तर्क से जुड़े काम के कतार को अपनेआप पूरा करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है। आधुनिक डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर प्रोग्राम के तरह जाने जानेवाले काम के सामान्य सेट कर सकते हैं। ये प्रोग्राम कंप्यूटर को तरह-तरह के कामों को करने में सक्षम बनाते हैं। कंप्यूटर सिस्टम एक नाम के लिए कंप्यूटर है जिसमें हार्डवेयरऑपरेटिंग सिस्टम (मुख्य सॉफ्टवेयर), और पैरीफैरल डिवाइस शामिल हैं जो ज़रूरी हैं और पूरे गणना के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। ये शब्द उन कंप्यूटरों के ग्रुप को भी इशारा कर सकता है जो लिंक किए गए हैं और एक साथ काम करते हैं, जैसे कंप्यूटर नेटवर्क या कंप्यूटर क्लस्टर।

शुभम कंप्यूटर सोनबरसा कचहरी सहरसा बिहार

आपकी सेवा में हमेशा तात्पर्य है

A Successfully Institute

Fundamentals of Computer

  What is Computer - कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो एक यूजर्स के द्वारा दिए गए परिणामों को अपने मेमोरी अर्थमेटिक लॉजिक (ALU- अर्थमेटि...

कम्प्यूटर क्यों सीखना जरूरी है